अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस – 29 जुलाई
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस हर साल 29 जुलाई को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य दुनियाभर में बाघों के संरक्षण की आवश्यकता के प्रति जागरूकता फैलाना है। भारत, अमेरिका, बांग्लादेश, भूटान, थाईलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया, चीन, वियतनाम, लाओस और म्यांमार जैसे देशों में यह दिन बाघों की घटती संख्या पर ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जाता है।
इस दिन को दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय संगठन जैसे कि WWF, UNDP, Panthera और कई अन्य संस्थाएं शैक्षिक कार्यक्रम, जागरूकता अभियान और फंडरेजिंग इवेंट्स के माध्यम से मनाती हैं।
बाघों की संख्या आज 4,000 से भी कम रह गई है। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस 2025 का उद्देश्य है — बाघों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा करना, शिकार और अवैध व्यापार को रोकना और आने वाली पीढ़ियों के लिए इस शक्तिशाली जीव को संरक्षित रखना।
भारत में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस और प्रोजेक्ट टाइगर
भारत दुनिया के 70% से अधिक जंगली बाघों का घर है और बाघ संरक्षण के वैश्विक प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यहाँ यह दिन बड़े स्तर पर मनाया जाता है, जिसमें स्कूल, कॉलेज, वन विभाग, NGOs और सरकार मिलकर जनजागरण अभियान चलाते हैं।
प्रोजेक्ट टाइगर क्या है?
प्रोजेक्ट टाइगर भारत सरकार की एक प्रमुख संरक्षण परियोजना है, जिसे 1973 में शुरू किया गया था। यह नेशनल टाइगर कंजरवेशन अथॉरिटी (NTCA) के अंतर्गत चलती है।
इसके मुख्य उद्देश्य:
- भारत में बाघों की स्थायी और सुरक्षित आबादी बनाए रखना
- उनके आवासों की रक्षा करना
- स्थानीय समुदायों को संरक्षण में भागीदार बनाना
- मानव-बाघ संघर्ष को कम करना
2025 तक, यह प्रोजेक्ट 18 राज्यों में फैले 54 टाइगर रिज़र्व्स को कवर करता है, जो लगभग 75,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले हुए हैं।
भारत में बाघों की वर्तमान स्थिति (2025 तक)
- भारत में कुल जंगली बाघों की संख्या: 3,167 (2022 की गणना अनुसार)
- 2018 से 6% की बढ़ोतरी
- प्रमुख राज्य जहां सबसे अधिक बाघ पाए जाते हैं:
- मध्य प्रदेश
- कर्नाटक
- उत्तराखंड
- महाराष्ट्र
- तमिलनाडु
भारत के प्रमुख टाइगर रिज़र्व
- बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व (म.प्र) – दुनिया में बाघों की सबसे अधिक घनत्व वाला क्षेत्र
- रणथंभौर (राजस्थान) – ऐतिहासिक किलों के बीच टाइगर सफारी का प्रसिद्ध स्थान
- जिम कॉर्बेट (उत्तराखंड) – भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान
- कन्हा टाइगर रिज़र्व (म.प्र) – “जंगल बुक” का प्रेरणास्रोत
- सुंदरबन (प.बंगाल) – रॉयल बंगाल टाइगर का घर, जो तैरने में माहिर है
- नागरहोल व बांदीपुर (कर्नाटक) – जैव विविधता से भरपूर संरक्षित क्षेत्र
भारत में बाघों के समक्ष प्रमुख चुनौतियाँ
- आवास का खंडित होना (सड़क, रेलवे, शहर विस्तार)
- शिकार और अवैध वन्यजीव व्यापार
- मानव-बाघ संघर्ष
- जलवायु परिवर्तन और प्राकृति संसाधनों की कमी
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस कैसे मनाएँ?
- शिक्षा और जागरूकता
- बाघों की प्रजातियाँ, उनके खतरे और संरक्षण प्रयासों की जानकारी लें व दूसरों को भी दें।
- सोशल मीडिया पर #InternationalTigerDay हैशटैग के साथ पोस्ट करें।
- पर्यावरण संगठनों को सहयोग दें
- WWF, WCS, Panthera, और प्रोजेक्ट टाइगर जैसी संस्थाओं को दान करें या स्वयंसेवक बनें।
- बाघ को प्रतीकात्मक रूप से गोद लें
- कई संगठन आपको एक बाघ को प्रतीक रूप से गोद लेने की सुविधा देते हैं जिससे संरक्षण में आर्थिक मदद पहुँचती है।
- बाघों पर डॉक्यूमेंट्री देखें
- “The Tiger” या “Tiger: Spy in the Jungle” जैसे डॉक्युमेंट्री देखकर बाघों की जीवनशैली समझें।
- स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लें
- स्कूलों, चिड़ियाघरों या वन विभाग द्वारा आयोजित इवेंट्स में शामिल हों।
- पर्यावरणीय प्रभाव कम करें
- कागज, पाम ऑयल जैसी वस्तुओं का सीमित उपयोग कर वनों की रक्षा करें।
छात्र अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस कैसे मनाएँ?
- “सेव टाइगर” विषय पर पोस्टर और स्लोगन प्रतियोगिता करें
- बाघ संरक्षण पर निबंध या वाद-विवाद प्रतियोगिता करें
- बाघों पर क्विज और फ़ैक्ट्स साझा करें
- स्कूल में वृक्षारोपण करें और वनों के महत्व को समझें
- डॉक्यूमेंट्री फिल्में दिखाकर साथियों को जागरूक करें
इतिहास: अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस की शुरुआत
2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में टाइगर समिट के दौरान यह दिन घोषित किया गया। इसमें 13 बाघ-आवास देशों ने भाग लिया और TX2 लक्ष्य तय किया—2022 तक जंगली बाघों की संख्या दोगुनी करना।
भारत, नेपाल, भूटान जैसे देशों में बाघों की संख्या में सुधार हुआ है, लेकिन दक्षिण पूर्व एशिया में अब भी खतरा बना हुआ है।
कहाँ-कहाँ मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस?
- भारत, नेपाल, रूस, बांग्लादेश, भूटान, थाईलैंड, मलेशिया, इंडोनेशिया, चीन, वियतनाम, लाओस, म्यांमार
- अमेरिका, कनाडा, यू.के., ऑस्ट्रेलिया, यूरोप में भी एनजीओ और स्कूलों द्वारा मनाया जाता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
- अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस कब मनाया जाता है?
→ हर साल 29 जुलाई को। - यह दिवस क्यों महत्वपूर्ण है?
→ बाघों की घटती संख्या पर ध्यान देना और संरक्षण के लिए प्रयास करना। - इसकी शुरुआत कब हुई?
→ 2010 में रूस के टाइगर समिट में। - दुनिया में कितने बाघ बचे हैं?
→ 2025 तक लगभग 4,000 से भी कम। - सबसे अधिक बाघ किस देश में हैं?
→ भारत में 70% से अधिक बाघ हैं। - बाघों को सबसे बड़ा खतरा क्या है?
→ आवास हानि, शिकार, मानव-बाघ संघर्ष। - TX2 लक्ष्य क्या है?
→ 2022 तक बाघों की संख्या दोगुनी करना। - क्या जंगल में बाघ देख सकते हैं?
→ हाँ, जैसे रणथंभौर या बांधवगढ़ जैसे राष्ट्रीय उद्यानों में। - क्या बाघ को पालना ठीक है?
→ नहीं, बाघ जंगली और संरक्षित जीव हैं। यह अवैध और अनुचित है। - बाघों की मदद कैसे करें?
→ संगठनों को सहयोग करें, जागरूकता फैलाएँ, पर्यावरण का संरक्षण करें।